कृषि संकट का महिलाओं पर है ज्यादा प्रभाव: सांगवान | दैनिक भास्कर
गांवराजली के नागा बाबा मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को कृषि संकट को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में…
गांवराजली के नागा बाबा मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को कृषि संकट को लेकर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्यवक्ता के तौर पर जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय नेता जगमति सांगवान ने ग्रामीणों को संबोधित किया। जगमति सांगवान ने कहा कि कृषि के गहराते संकट से महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। महिलाएं घर के साथ-साथ कृषि और पशु पालन का ज्यादातर काम करती हैं परंतु आज तक भी उनकी पहचान किसान के रूप में नहीं है जो कि काफी अफसोस जनक है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि किसान आंदोलन में कंधा से कंधा मिलाकर आगे आएं। सांगवान ने कहा कि किसान पूरे देश का पेट भरता है। किसान अन्नदाता है। लेकिन मौजूदा समय में किसान कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है आत्म हत्या करने पर मजबूर है।
उन्होंने सेमिनार के दौरान हिसार में 3 अक्टूबर को होने वाली किसान मजदूर रैली में पहुंचने का न्यौता दिया। इस अवसर पर बीडीसी मेंबर सुशीला, नरेंद्र, दीपेन सिवाच, भारती, कमला, अनीता, प्रिया, मोनिका, परमेश्वरी, बिमला, ओमपति, राममेहर बूरा, सतीश, सरदानंद, ऋषिकेश आदि मौजूद रहे।
राजली में किसान सेमिनार में महिलाओं को संबोधित करतीं जगमति सांगवान।
Source: कृषि संकट का महिलाओं पर है ज्यादा प्रभाव: सांगवान | हिसार समाचार – दैनिक भास्कर हिंदी न्यूज़