संयुक्त किसान मोर्चा की वाराणसी से प्रेस विज्ञप्ति

संयुक्त किसान मोर्चा, उत्तर प्रदेश
प्रेस विज्ञप्ति
वाराणसी, 2 मार्च, 2022

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेताओं ने आज वाराणसी में पडारकर भवन (प्रेस क्लब) में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधानसभा चुनाव में भाजपा को सज़ा देने की अपील की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता हन्नान मोला, योगेन्द्र यादव के अलावा मध्य प्रदेश के प्रमुख किसान नेता डा सुनीलम, भाकियू के राष्ट्रीय सचिव सुरेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन, किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री मुकुट सिंह, क्रांतिकारी किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी शशिकान्त, जयकिसान आंदोलन के दीपक लाम्बा ने पत्रकारों को संबोधित किया।
प्रेस वार्ता के प्रारंभ में एसकेएम वाराणसी के अफलातून देसाई ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के स्वागत में संबोधन किया। एसकेएम यूपी के मीडिया प्रभारी शशिकांत ने प्रेस वार्ता का उद्देश्य प्रस्तुत करते बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा मिशन यूपी के तहत समापन प्रेस सम्मेलन के साथ इस चुनाव में किसान विरोधी भाजपा को सजा देने की अपील करने वाराणसी आया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरूआत में, हन्नान मोला ने स्पष्ट किया चुनाव में भाजपा को वोट न देने का कदम किसानों को मज़बूरी में उठाना पड़ा है क्योंकि भाजपा सरकार ने आन्दोलन वापसी के समझौते के वक्त जो लिखित वादे किए वह पूरे नहीं किए हैं। सरकार ने वादाखिलाफी की है। न एमएसपी पर कमेटी बनाई, न आंदोलन के दौरान किसानों पर लगाए मुकदमे वापस लिए, न ही शहीद किसानों के परिजनों को सहायता दी।
साथ ही लखीमपुर हत्याकांड में चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता अजय मिश्र टैनी की मंत्री पद से बर्खास्तगी की मांग की। लेकिन भाजपा सरकार ने आज तक टैनी को मंत्री पद पर बनाए रखा है। इतना ही नहीं न्याय पर अंकुश लगाते हुए हत्या के दोषी मंत्री पुत्र को जमानत देकर किसानों के जख्म पर नमक छिड़कने का काम किया है।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह स्पष्ट है कि हम किसी भी दल के लिए वोट नही मांग रहे हैं बल्कि किसान आंदोलन से किए गए विश्वासघात के लिए चुनाव में भाजपा को सज़ा देने की अपील जनता से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नौजवान रोजगार मांग रहा है किसान अपनी फसलों का दाम, महंगाई चरम पर है, गन्ने का भुगतान रुका पड़ा है। दाना दाना खरीद की बात भाजपा का जुमला साबित हुआ है। भाजपा के इन तमाम जुर्मों के लिए किसान- मजदूर चुनाव में वोट की चोट देकर सजा देंगे। किसानों का संघर्ष चुनाव के बाद भी जारी रहेगा। भाजपा पिछले दरवाजे से किसान विरोधी कानूनों को वापस लाने की कोशिश करेंगे। अब उत्तर प्रदेश में एम एस पी की लडा़ई में पूरब की अहम भूमिका होगी।
पत्रकारों के सवाल के जबाब में योगेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा को सजा उनके किसान विरोधी आकाओं अंबानी-अडानी जैसे तमाम कारपोरेट दलालों को भी चोट देगी।
डा. सुनीलम ने कहा कि देश की आजादी के बाद यह पहला किसान आंदोलन है, जिसमें किसान-मजदूर की ऐतिहासिक एकजुटता रही। 13 महीने के आंदोलन के दौरान हमारे सच्चे साथी मजदूर ने हमारा साथ दिया। और अब किसान भी उनके संघर्ष का भागीदार रहेगा।
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने चुनाव में भाजपा का सूपडा़ साफ करने की अपील दोहरायी। भाजपा की कहानी का अंत वाराणसी में ही होगा।
प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ किसान नेता सुनील सहस्त्रबुद्धे, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के प्रांतीय महामंत्री विमल त्रिवेदी, किसान संग्राम समिति के प्रांतीय अध्यक्ष सत्यदेव पाल, जनवादी किसान सभा के रजनीश भारती, आजादी बचाओ आन्दोलन के रामधीरज, किसान विकास मंच के अध्यक्ष श्याम बिहारी, किसान मजदूर परिषद के राजेन्द्र चौधरी, इंकलाबी मजदूर केन्द्र के अरविन्द मूर्ति, भगतसिंह छात्र मोर्चा की आकांक्षा, भाकियू के अनुज सिंह, केकेयू के संतोष परिवर्तक समेत 250 से अधिक अवध और पूर्वी यूपी के प्रमुख किसान नेता शामिल रहे।
उधर वाराणसी में पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश के तमाम इलाकों के अलावा पश्चिमी बंगाल, चेन्नई, उडी़सा, मध्यप्रदेश आदि राज्यों से आये सैकडो़ छात्रों-युवाओं की टीमों ने हर गांव, हर घर चुनाव में भाजपा को सजा देने की अपील की प्रतियां बांटी।

जारीकर्ता
मीडिया सेल