किसान और उसकी फसल का बीमा क्यों नहीं ? उसकी उपज की कीमत की गारंटी क्यों नहीं ? ; अमरा राम

किसान और उसकी फसल का बीमा क्यों नहीं ? उसकी उपज की कीमत की गारंटी क्यों नहीं ? ; अमरा राम

मध्यप्रदेश किसान सभा का 12 वां राज्य सम्मेलन शुरू

ग्वालियर

तेरह महीने चले देश के सबसे लम्बे किसान आंदोलन के अगले चरण की शुरुआत हो गयी है। ऐसे में मप्र किसान सभा का 12 वां राज्य सम्मेलन आज से ग्वालियर में शुरू हो गया। तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन की शुरुआत आज रायरू में खुले सत्र के साथ हुयी। किसान नेता और राजस्थान के पूर्व विधायक अमराराम इसके मुख्य वक्ता रहे।

अमरा राम ने इस मौके पर कहा कि देश के हालातों में किसानो के सामने अब संघर्ष का ही रास्ता बचा है। तेरह महीने चले किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए अमरा राम ने कहा कि मोदी सरकार अपने वायदे से मुकर गयी है, यही नहीं आज एक बार फिर देश को आजादी से पहले के दौर में ले जाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब हर चीज का बीमा होता है तो किसान की फसल का बीमा क्यों नहीं होता। किसान नेता ने कहा कि फसल बीमा के नाम पर पिछले 8 सालों से गुपचुप घोटाला हो रहा है। हर साल में 2 बार घोटाला हो रहा है। हकीकत यह है कि फसल बीमा की प्रीमियम राशि भी केंद्र और राज्य सरकारें कृषि बजट से भरती हैं।

उन्होंने कहा कि कृषि बीमा, कर्जा माफी और किसान पेंशन अब किसान आंदोलन में नयी मांगों के रूप में जोड़ी गयी हैं। सम्मेलन में प्रदेश भर से आये किसान प्रतिनिधियों का का आव्हान करते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के उपाध्यक्ष अमरा राम ने कहा कि किसानो को स्थानीय मुद्दों पर भी जुझारू संघर्ष करने होंगे । उन्होंने राजस्थान में किसानो की कर्जमाफी की तेरह दिन चली लड़ाई का हवाला देते हुए कहा कि ऐसे समय जब आरएसएस – भाजपा जाति और धर्म के नाम पर देश को बाँट रही है हम संघर्ष के जरिये ही अपने अधिकारों को हासिल कर सकते हैं, देश की मेहनतकश जनता की एकता का निर्माण कर सकेंगे जो देश की एकता की मुख्य गारंटी है ।

उनसे पहले मप्र किसान सभा के पूर्व अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने प्रदेश के किसानो की दुर्दशा के लिए शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि एक तरफ चंबल के जिले बाढ़ और अतिवृष्टि की चपेट में थे दूसरी तरफ राजनीतिक आका को रिझाने के लिए भव्य तमाशा कर रही थी। प्रदेश के किसानों की लूट की भी उन्होंने भर्त्सना की।

मप्र किसान सभा के अध्यक्ष रामनारायण कुररिया की अध्यक्षता में हुए इस खुले अधिवेशन में स्वागताध्यक्ष पी पी शर्मा, पार्षद ने स्वागत भाषण दिया।
सम्मेलन का झंडा अध्यक्ष रामनारायण कुररिया ने फहराया। जन नाट्य मंच की टुकड़ी ने सांस्कृतिक आयोजन किया। संचालन राज्य महासचिव बादल सरोज ने तथा धन्यवाद अखिलेश यादव ने दिया।

सम्मेलन ने एक प्रस्ताव पारित कर संयुक्त किसान मोर्चे के चरणों का समर्थन किया, लखीमपुर खीरी के हत्यारों की सजा टेनी मिश्रा की गिरफ्तारी, सारी मांगों पर किये वायदों पर अमल को लेकर 26 नवम्बर को देश भर में प्रदर्शन तथा राजभवनो के घेराव का आव्हान किया।

अखिलेश यादव
राज्य सचिव मप्र किसान सभा