प्रेस विज्ञप्ति: हरियाणा राज्य कमेटी

रोहतक( 29.11.2020): अखिल भारतीय किसान सभा की हरियाणा राज्य कमेटी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा किसान आंदोलन बारे की गई अत्यंत बचकानी बयानबाजी की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि वह बौखला गए हैं। हरियाणा व केन्द्र की सरकारों के तमाम निरंकुश हथकंडों को विफल करके जिस प्रकार हरियाणा व पंजाब के किसान दिल्ली पहूंचने में सफल हो गए हैं उससे हताश होकर अब मुख्यमंत्री साम्प्रदायिक आधार पर पंजाब और बाकी देश के किसानों के बीच विभाजन पैदा करने की बेहुदा राजनीति कर रहे हैं जो किसी भी सूरत में सफल नहीं होगी।

आज यहां मीडिया को जानकारी देते हुए उपप्रधान इन्द्रजीत सिंह, कार्यवाहक सचिव सुमित और राज्य कमेटी सदस्य बलवान सिंह ने पूछा कि जब पंजाब में अकाली भाजपा की सरकारें थी तब भाजपा को कभी एस.वाय.एल. की याद क्यों नहीं आई।
उनका यह कहना है कि इस आंदोलन में हरियाणा का किसान नहीं है यह हरियाणा के किसानों का अपमान है बल्कि हास्यास्पद भी है। क्या मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि अंबाला से लेकर सिंघु बाॅर्डर तक लगाए गए सभी नाके 26 नवंबर को राष्ट्रीय हरियाणा के किसानों के काफिलों ने ही तोड़े हैं।

किसान सभा नेताओं ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि मुख्यमंत्री के बयान का उपयुक्त जवाब देने के लिए वे दिल्ली में डेरा डाले लाखों किसानों के लिए भोजन, सब्जी-फल, दूध तथा बड़ी संख्या में दिल्ली पड़ाव में शामिल हों।

फूल सिंह, प्रधान

श्योंकद सुमित, कार्यवाहक सचिव