कर्ज माफी आंदोलन में शामिल एक भी किसान की गिरफ्तारी हुई तो थानों का घेराव करेंगे : अमराराम
किसाननेता कॉमरेड अमराराम ने कहा है कि सरकार ने किसान आंदोलन के नाम पर एक भी किसान को प्रदेश के किसी भी थाना क्षेत्र में गिरफ्तार किया सरकार को लेने के देने पड़ जाएंगे। उन थानों को घेराव किया जाएगा। अमराराम ने रविवार को उदयपुरवाटी और गुढ़ा गौड़जी में प्रेस वार्ता में यह बात कही।
उदयपुरवाटी में उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की मांगों को मान कर जब यह साबित कर दिया कि आंदोलन जायज था तो फिर मुकदमे दर्ज करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। जब भी सूचना मिलेगी कि किसी भी थाने में किसान आंदोलन के चक्कर में रास्ता जाम करने के जुर्म में किसी को गिरफ्तार किया गया है तो उसी समय उस थाने के सामने धरना दिया जाएगा। अमराराम ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आजादी के बाद पहली बार किसानों का लोन माफ करने की घोषणा की है।
गुढ़ागौड़जी में सभा को संबोधित करते हुए किसान आंदोलन के अगुवा रहे अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक अमराराम ने कहा है कि सरकार चाहे वह केंद्र की हो या फिर राज्यों की हर सरकार किसान की कमर तोड़ने का काम कर रही है। सरकार खेती को घाटे का सौदा बनाकर किसान की जमीन हड़पना चाहती है। यहां किसान सम्मेलन में अमराराम ने कहा कि पहली बार किसान के हौसले ने सरकार को हराया और अपने वाजिब हक को हासिल किया है। कर्ज माफी के सवाल पर उन्होंने कहा कि चार मंत्री समूह से वार्ता में साफ तौर पर कह दिया कि हर किसान का 50 हजार रुपए रुपए तक का कर्ज माफ होगी। पूरी प्रक्रिया के लिए हाई पावर कमेटी बनेगी जो एक महीने में रिपोर्ट सरकार को देगी। अमराराम ने कहा है कि किसान का पूरा कर्ज माफ होने तक आंदोलन जारी रहेगा। कस्बे की बगीची में किसान सभा की ओर से उनका अभिनंदन किया गया। उन्होंने कहा कि 13 दिन के बडे़ आंदोलन के बाद राज्य सरकार को किसानों की ताकत का अहसास हुआ। हर मांग पूरा करने का पहली बार लिखित में समझौता करवाया गया। सरकार अपने वादे से मुकरेगी तो किसान एक दिन में सरकार को हिला कर रख देगा। सभा की अध्यक्षता पूर्व उप जिला प्रमुख विधाधर गिल ने की। सभा को फूलचंद बर्बर,मूलचंद खरींटा, चौधरी मेहताब खरबास, मूंगाराम सैनी, सांवरमल कारी, अशोक कासनिया, मदन यादव, हरिराम महला, सुमेर बुडानिया, दुर्गाराम मोगा, रामचंद्र कुलहरी, सुभाष बुगालिया ने भी संबोधित किया।