कर्ज माफ कर किसानों को फसल का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य दे सरकार | दैनिक भास्कर
अखिलभारतीय किसान सभा की ओर से रविवार को गांव बुचावास में हुई किसान सभा में किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी कर फसल का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य घोषित किए जाने को लेकर चर्चा की गई।
करीब तीन घंटे तक चली किसान संसद में बुचावास सहित आसपास के गांवों के किसान सहित महिलाओं ने भी भाग लिया तथा सरकार से कर्जमाफी डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य देने की मांग का समर्थन किया। अध्यक्षता मदनलाल स्वामी ने की। वक्ताओं ने राज्य केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार अपनी नीति बदलकर किसानों की वाजिब मांगों की ओर ध्यान दें। देश का किसान कर्जें में डूबता जा रहा है। फसले बर्बाद हो रही है और सरकार किसानों के हित में कोई प्रयास तक नहीं कर रही है। किसान संसद के चलते तहसीलदार भी गांव पहुंचे।
तहसीलदार को किसानों ने प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग की। किसान संसद को राज्य महामंत्री छगन चौधरी, प्रदेश कमेटी सदस्य निर्मल कुमार, चिमनाराम पांडर, रामजीलाल कुलडिय़ा, उमराव सिंह, भोजराज महला, ताराचंद कस्वा, बलराम मोगा अादि ने संबोधित कर एकजुटता का आह्वान किया। इस मौके पर दाताराम भाकर, केवलाराम मेघवाल, हरलाल गोदारा, सार्दुलराम पुरोहित, बेगराज प्रजापत, गोविंदराम पारीक, बजरंगलाल जोशी, मोहरसिंह स्वामी, मामराज सहारण आदि मौजूद थे।
प्रधानमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि 20-21 नवंबर को दिल्ली मे हुई किसान संसद में पारीक विधेकय को सांसद में पारीत किया जाए। इसके अलावा केंद्र सरकार किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ कर उन्हें फसल की लागत का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य प्रदान करें। मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में सभा ने बुचावास की गैर आबादी भूमि में बसे घरों को आबादी भूमि में परिवर्तित करने, पात्र भूमिहीन लोगों को बीपीएल सूची में जोडऩे, गांव में घर-घर पेयजल कनेक्शन देने, बरसाती पानी निकासी की व्यवस्था करने, पेयजल आपूर्ति को दुरूस्त करने, समय पर पूरी राशन सामग्री देने की मंाग की गई।