किसान हो गए कर्जदार, घाटे का सौदा खेती : पूर्व विधायक
औरंगाबाद। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा निकाले गए किसान मुक्ति यात्रा के दाउदनगर आगमन पर शुक्रवार को जनसभा आयोजित की गई। अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सह पूर्व विधायक राजाराम ¨सह ने कहा कि खेती घाटे का सौदा बन गई है। किसान कर्जदार हो गए हैं। कोई किसान अपने बेटे को किसान बनाना नहीं चाहता। अब दो ही रास्ते बचे हैं या तो किसान को मरने दो या फिर मुट्ठी बांधकर इज्जत की जिंदगी के लिए संघर्ष करो। घर में बैठे रहने का मतलब है किसान को मरने देना। अपने हालात से तंग आकर हर 15 मिनट में देश में एक किसान कहीं ना कहीं आत्महत्या कर रहा है। कहा कि किसानों को फसल के लागत का डेढ़ गुणा दाम देने ,इसी हिसाब से सभी फसलों का दाम तय करने, सभी किसानों को एक बार अपने सारे बकाया कर्ज से मुक्ति दिलाने , बटाईदार किसानों को पंजीकृत कर पहचान पत्र देने एवं खाद बीज कीटनाशक समेत कृषि उपकरणों पर जीएसटी वापस लेने की मांग को लेकर यह किसान मुक्ति यात्रा निकाली गई है । अगर इज्जत की जिंदगी किसान को चाहिए तो किसान को खुद खड़ा होना होगा। किसान की यह हालात बाजार और सरकार ने बनाए हैं, इसलिए किसान को राजनीति का शिकार बनने की बजाए सरकार और पार्टियों की लगाम कसने होगी ।किसान एक होकर अपने अधिकारों के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। सीपीएम से जुड़े किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव हनानमुल्लाह ने भी किसानों की समस्याओं को रेखांकित किया। अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव प्रेम ¨सह गहलोत ने कहा कि जब कृषि घाटे की हो जाएगी तो देश कैसे आगे बढ़ेगा। 20 नवंबर से दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, उसी दिन यह किसान मुक्ति यात्रा दिल्ली पहुंचेगी और किसान संसद चलाया जाएगा। अध्यक्षता व संचालन करते हुए भाकपा माले के राज्य स्थाई समिति सदस्य अनवर हुसैन ने कहा कि देश के 17 राज्यों से घूमते हुए यह किसान मुक्ति यात्रा दाउदनगर पहुंची है।। किसान नेता ईश्वर यादव, अरुण ¨सह, कामता यादव ने जनसभा को संबोधित किया और किसानों से एकजुट होने की अपील की। भाकपा माले के कार्यकारी जिला सचिव मुनारीक राम, प्रखंड सचिव मदन प्रजापति, टाउन सचिव बिरजू चौधरी,राजकुमार भगत,पूर्व मुख्य पार्षद धर्मेंद्र कुमार उपस्थित थे।
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