चम्बल बचाओ यात्रा

चम्बल बचाओ यात्रा में अब तक किसान सभा के नेता 70 गाँव के ग्रामीणों से संवाद कर चुके हैं।
चंबल बचाओ बाइक जत्था यात्रा जो कल 5 स्थानों से शुरू हुई है। उसने डेढ़ दिन में 70 से ज्यादा गांव में किसानों के बीच संपर्क बनाया है। विभिन्न गांव में सभाओं के जरिए किसानों तक चंबल बचाओ आंदोलन के संदेश को पहुंचाया है।
यह यात्रा अटेर से अंबाह से जौरा, सबलगढ़ और श्योपुर कलां क्षेत्र से शुरू हुई है। अंबाह की यात्रा आज शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की समाधि पर पहुंची और बिस्मिल की शहादत को नमन करते हुए चंबल को बचाने का संकल्प लिया।
इन विभिन्न यात्राओं में शामिल मध्य प्रदेश किसान सभा के नेता गणों ने सर्वश्री अखिलेश यादव प्रदेश सचिव, महेश प्रजापति, बीरबल चैन ,अशोक तिवारी प्रदेश उपाध्यक्ष, मुरारी लाल धाकड़ जिला महासचिव, आदिराम आर्य पूर्व पार्षद , इब्राहिम शाह पूर्व पार्षद, विशाल जाटव, गयाराम सिंह धाकड़ वरिष्ठ किसान नेता, नरहरी शर्मा ,हंसराज शर्मा, पीएम माहौर, राजीव दीक्षित ,सुभाष शर्मा, सुरेंद्र सिंह तोमर, श्रीनिवास श्रीवास आदि नेतागण कर रहे हैैं।
नेता गणों ने जत्थे के दौरान हुई सभाओं में कहां कि अटल प्रोग्रेस वे के नाम पर चंबल के बीहड़ की बेशकीमती जमीन को कॉर्पोरेट कंपनियों को सौंपने की सरकार की योजना है। जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जमीन अधिग्रहण के लिए नए सिरे से नोटिफिकेशन जारी हो, अधिग्रहित होने वाली जमीन के लिए बाजार मूल्य से 3 से 5 गुना मुआवजा दिया जाए, शासकीय जमीन पर पीढ़ियों से काबिज किसानों को जमीन के बदले जमीन दी जाए, जो किसान दुगनी जमीन ले रहे हैं उनको ₹1लाख प्रति बीघा खेती के लिए दिए जाए, प्रत्येक बडे गांवों पर कट दिए जाएं, सड़क के दोनों ओर कॉरिडोर मैं कॉर्पोरेट कंपनियों के बजाय किसानों को जमीन आवंटित की जाए।
इन्ही को लेकर 14 मार्च को भिंड मुरैना श्योपुर कलां में छह स्थानों पर अनु विभागीय अधिकारियों के कार्यालयों पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए जाएंगे। ज्ञापन के पश्चात आंदोलन की आगामी रणनीति तय होगी ।
किसान नेताओं ने सरकार से आग्रह किया है कि वह किसानों की मांगों को गंभीरता पूर्वक विचार कर मंजूर करें । अन्यथा जुझारू आंदोलन किया जाएगा।
जैसा मुरारी लाल धाकड़ एडवोकेट, जिला महासचिव मध्यप्रदेश किसान सभा मुरैना ने बताया ।