गन्ना किसानों के आज से शुरू हुए हड़ताल का पुरजोर समर्थन
अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ, जो अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध है ने हरियाणा के गन्ना किसानों के आज से शुरू हुए हड़ताल का पुरजोर समर्थन किया है. किसानों ने गन्ना कारखानों को गन्ने की आपूर्ति बंद कर दी है. उनकी मांग है कि गन्ना के वर्तमान कीमत 362 रु. प्रति क्वींटल में स्वामीनाथन कमिशन के आधार पर (लागत से डेढ़ गुना) बढ़ा कर 450 रु.प्रति क्वींटल किया जाए क्योंकि लागत खर्च में भारी बृद्धि हो गई है. ऐसे सभी किसान संगठन गन्ना किसानों के इस संघर्ष का समर्थन कर रहे हैं जो संयुक्त किसान मोर्चा/ एसकेएम से जुड़े रहे हैं. संघर्षरत गन्ना किसान यह भी मांग कर रहे हैं कि गन्ना पेराई के समय निकले सह उत्पाद जैसे प्रेसमड/खाद, छोआ, ईथोनल, बगास/ ईंधन आदि की बिक्री से प्राप्त मुनाफे में गन्ना किसानों को भी हिस्सेदारी दी जाए. उनकी यह भी मांग है कि उनकें बकाया का जल्द भुगतान हो और उसमें चीनी का भी कुछ मात्रा उन्हें दिया जाए . साथ हीं कीड़े मकोड़े और आवारा पशुओं के द्वारा जो फसल की बर्बादी होती है उसका उचित मुआवजा दिया जाए. यह बहुत हीं दुख की बात है कि हरियाणा सरकार गन्ना किसानों की मागे न मान कर चीनी मिलों की हीं तरफदारी कर रही है जबकि अधिकतर कोओपरेटीव के कारखाने हैं जिनको अफसरशाही चलाती है. हम सरकार से मांग करते हैं कि गन्ना किसानों की मांगे तत्काल मानी जाए.साथ ही हम तमाम जन संगठनों से अपील करते हैं कि इन संघर्षरत गन्ना किसानों के आंदोलन को पूरजोर समर्थन दें.
एन. के. शुक्ला, महामंत्री
डी. रवीन्द्रन अध्यक्ष
अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ