किसानों का लगातार होता रहा है शोषण : डॉ. सुनीलम

भोजपुर। अखिल भारतीय किसान समन्वयक समिति के नेता व जय किसान आदोलन मध्य प्रदेश के संयोजक डॉ. सुनीलम ने कहा कि आजादी के पहले व आजादी के बाद लगातार किसानों के साथ भेदभाव व उनका शोषण होता आ रहा है। हालाकि किसानों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए चंपारण आदोलन से लेकर अब तक कई बडे़ आदोलन हुए पर उनकी दशा व दिशा में कोई खास फर्क नहीं आ पाया है। आज भी देश के किसान कर्ज के बोझ तले दबे हैं। अपनी मेहनत से अन्न पैदा कर दूसरों का पेट भरने वाले ये अन्नदाता सरकार की गलत नीतियों के कारण भूखे नंगे रहने और मजबूरी में आत्महत्या करने के लिए विवश हैं। डॉ. सुनीलम ने ये बातें शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले पीरो में आयोजित किसान मुक्ति रैली को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह स्थिति किसानों के आपस में बंटे होने के कारण पैदा हुई है। ऐसी विकट स्थिति में खेत खेती और किसानों को बचाने के लिए देश के 160 किसान संगठनों ने मिलकर लाल झडे के नेतृत्व में आदोलन का शखनाद कर दिया है। इसका असर राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में दिखने लगा है। इस एकता का ही परिणाम है कि महाराष्ट्र व राजस्थान की सरकारों को किसानों के हित में करोड़ों रुपयों का एग्रीमेंट के लिए मजबूर होना पडा है। रैली को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजा राम सिंह ने कहा कि पूर्व की काग्रेस सरकार ने जहा बटाईदार छोटे मझोले किसानों को खेती से बेदखल करने का मुहिम शुरू किया वहीं मोदी सरकार ने किसानों की भूमि लूट सबसिडी में कटौती, न्यूनतम समर्थन मूल्य में कमी के जरिए उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है। रैली को महाराष्ट्र से आए किसान शेतकरी संगठन के नेता प्रहलाद हिंडोली सहित कई अन्य किसान नेताओं ने संबोधित किया। रैली में मौजूद प्रेम सिंह गहलावत, हरियाणा के बी कृष्णन, केरल के आर चंद्रशेखर, तेलंगाना के राजेंद्र पटेल, समीर दास, केपी सिंह, विशेश्वर प्रसाद यादव, अरूण कुमार, उमेश सिंह, रामाधार सिंह, शिव सागर शर्मा, होरी लाल महतो, प्रशात सोनाली, विमल बोस, अनिल कुमार सिंह, विनोद कुमार, पूरन महतो , रजत, सुमित्रो , अनिल सहित स्थानीय नेता चन्द्रदीप सिंह, मनीर अंसारी, राजू यादव, मो. क्यामुद्दीन, खैराती खान, आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक सुदामा प्रसाद ने की। इस दौरान किसानों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की गई और इससे संबंधित प्रस्ताव पारित किया गया।

Source: Farmers have been continuously exploiting: Dr. Sunilam